प्रवासी मजदूरों के घर वापसी के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल किया गया और इस याचिका में कहा गया है कि देशभर में प्रवासी मजदूरों को उनके शहरों और गांवों में लौटने की अनुमति दी जाए,
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने प्रवासी मजदूरों के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिक दाखिल किया है। इस याचिका में उन्होंने कहा है कि देशभर में प्रवासी मजदूरों को उनके शहरों और गांवों में लौटने की अनुमति दी जाए, याचिका में कहा गया है कि कोविड-19 की जांच के बाद ही मजदूरों को अपने गॉव लौटने की इजाजत दी जाए साथ ही याचिका में कहा गया है की राज्य उनकी सुरक्षित यात्रा की व्यवस्था करे।
बता दें कि पिछले दिनों 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए देश में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया था. 25 मार्च से शुरू हुए इस लॉकडाउन के बाद देश के कई हिस्सों से प्रवासी मजदूरों का पलायन देखा गया, इस दौरान दिल्ली से कई मजदूर सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने घर तक पैदल यात्रा करते हुए निकल पड़े थे
जब 14 अप्रैल को पीएम मोदी ने एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित किया और 19 दिनों के लिए लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा दी तो उसके बाद महाराष्ट्र में सैकड़ों की संख्या में प्रवासी मजदूर रेलवे स्टेशन के आगे इकट्ठा हो गए और घर जाने की मांग करने लगे, इन्ही सभी घटनाओ के मध्य नजर सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका दाखिल किया गया है, आने वाला समय ही बताएगा की कोर्ट इसपर क्या फैसला सुनाती है
अजीत सिंह की रिपोर्ट