जेम्स एंड ज्वैलरी के निर्यात में आई 38 फीसदी की गिरावट, अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव से भारत को मिल सकता है फायदा

National Samachar : कोरोना महामारी के चलते देश में जेम्स एंड ज्वैलरी सेक्टर के हालात अच्छे नहीं हैं। जुलाई महीने में निर्यात 38 फीसदी तक नीचे गिर गया। व्यापार संघ इसके पीछे कोरोना महामारी और लॉकडाउन का जिम्मेदार मान रहे हैं। वहीं अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव का फायदा भी इंडस्ट्री को मिलने के आसार हैं। जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ( GJEPC) के अनुसार जेम्स एंड ज्वैलरी के निर्यात में पिछले साल की तुलना में 38 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। वहीं पॉलिस्ड हीरों के कारोबार में भी साल 2019 की तुलना में 38 फीसदी की गिरावट देखी गई। काउंसिल ने बताया कि अप्रैल से जुलाई तक के समय में कट और पॉलिस्ड हीरों के निर्यात में करीब 46.5 % गिरावट रही। जो पिछले वर्ष 2.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर (20,250 करोड़ रुपए) की थी। GJEPC के चेयरमैन कॉलिन शाह कहते हैं कि, “जेम्स एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री में कमी मजदूरों की है, काम की नही है। 15 जुलाई को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हांगकांग से व्यापार की प्राथमिकता को खत्म करने की अनुमति दे थी। जिससे भारतीय जेम्स एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री के लिए यूएस के साथ और बड़े पैमाने पर व्यापार के रास्ते खुलते नजर आ रहे हैं। जेम्स एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री पर इस साल दोहरी मार पड़ी है। वैश्विक स्तर पर कोरोना के चलते सभी प्रकार के कारोबार प्रभावित हुए हैं। उसके बाद देश में मार्च महीने में सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिए चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन लगाया । इससे बड़ी संख्या में मजदूर शहरों से निकलकर ग्रामीण क्षेत्रों की ओर का पलायन किए। इससे कंपनियों के सामने कामगारों की दिक्कत होने लगी। जिसके कारण उत्पादकता में भी भारी गिरावट देखी गई। काउंसिल के मुताबिक भारत और अमेरिका के बीच साल 2018-19 में 10.48 बिलियन अमेरिकी डॉलर( 78,600 करोड़ रुपए ) और साल 2019-20 में 9.17 बिलियन अमेरिकी डॉलर (68,775 करोड़ रुपए ) का व्यापार किया। जो भारत से निर्यातित कुल व्यापार का 26 फीसदी हिस्सा है। वहीं वर्ष 2019 में अमेरिका के साथ हांगकांग ने 980.85 बिलियन अमेरिकी डॉलर और चीन ने 2.63 बिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापार किया। कॉलिन शाह ने चीन और अमेरिका के बीच तनाव को भारत के लिए बेहतर अवसर मान रहे हैं। व्यापार में चल रही सुस्ती को खत्म करने के लिए काउंसिल ने 27 से 28 अगस्त को पहली वर्चुअल बायर-सेलर मीट (VBSM) का आयोजन करने जा रही है। चेयरमैन कॉलिन शाह का मानना है कि इससे ग्लोबल खरीदारों के साथ बातचीत होगा। जिससे हमें उनकी मांग का पता चलेगा। इससे इंडस्ट्री को और बेहतर अवसर प्राप्त होंगे। भारत सरकार भी जेम्स एंड ज्वैलरी सेक्टर को बूस्ट करने के लिए प्रयासरत है। शनिवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा आयोजित वेबिनार में बोलते हुए वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल कहा कि भारत का निर्यात जुलाई में साल 2019 के मुकाबले 91 फीसदी तक पहुंच चुका है और आने वाले 10 दिनों में यह आंकड़ा 95 फीसदी तक दो जाएगा।

रिपोर्ट : राहुल सिंह

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