कटोरिया के जमदाहा में अर्ध निर्मित स्कूल की जमीन को कटोरिया सीओ ने दिए जांच के आदेश उक्त जमीन की जमाबंदी रसीद की जाएगी रद्द

बाँका जीतन कुमार

बांका जिले के कटोरिया प्रखंड के जमदाहा गांव में जमीन माफियाओं की दादागिरी चलती है, तभी तो किसी की भी जमीन को हड़पने में यहां के जमीन माफिया को महारत हासिल है ,दरअसल कटोरिया प्रखंड से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जमदाहा कहां है, जहां सरकारी स्कूल पर भू माफियाओं की काली नजर बाज की तरह उक्त जमीन पर टकटकी निगाह बनाए हुए हैं, और उस जमीन को हड़पने की पूरी कोशिश की जा रही है ,लेकिन गांव के समाजसेवी ओम प्रकाश शाह ने पूरे गांव वालों के साथ मिलकर उक्त भू माफिया के खिलाफ हल्ला बोल दिया है ,और इस विवादित जमीन को देश के चौथे स्तंभ पर रख दिया है यानी कि पत्रकार ,स्थानीय मीडिया ने इस विवादित जमीन के प्रकरण को पूरी प्रमुखता से उठाया वही टीवी मीडिया के पत्रकार जीतन कुमार ने भी इस खबर को मीडिया में बहुत ही प्रमुखता से उठाया तब जाकर बांका जिले के अधिकारियों की नींद खुली ,वहां के स्थानीय समाजसेवी ने पत्रकार जीतन कुमार को बधाई दी, और कहा कि आपका सहयोग रंग लाया आप धन्यवाद के पात्र हैं ,समाजसेवी ओम प्रकाश शाह ने बताया आपके खबर के असर ने बांका के अधिकारियों की नींद खोल दी है, तभी कटोरिया के सीओ ने उक्त जमीन के विवादित जमीन को लेकर जांच के आदेश दिए हैं

*समाजसेवी ओम प्रकाश शाह ने जांच की मांग की थी*

जमदाहा के समाजसेवी ओम प्रकाश शाह ने बताया कि उक्त जमीन पर अंग्रेजों के जमाने से ही असर्फी कुंवर पिता नाथू कुंवर के नाम से था, जो हाल के सर्वे में सही पाया गया है ,नया खाता संख्या 57 खसरा 183 रखवा 31 डिसमिल शिक्षा विभाग के तहत स्कूल के नाम से खतियान बनकर आया है, समाजसेवी ने बांका के डीएम, डीपीआरओ, कटोरिया सीओ को फोटोकॉपी देकर उक्त जमीन की जांच करने की मांग की थी, जांच में मामले को सही पाया गया तब जाकर कटोरिया सीओ ने जमीन की जमाबंदी रसीद को रद्द करने की आदेश दी

*अशर्फी कुंवर का नहीं था वारिस ग्रामीणों ने कहा*

दरअसल 1905 के बाद से ही अशर्फी कुंवर का कोई भी औलाद नहीं था उक्त भूमि अंग्रेजों की फिर बाद में बिहार सरकार की हो गई उस समय ग्रामीणों ने जमदाहा के निवासी रामकृष्ण चौधरी से उक्त जमीन पर स्कूल बनाने की अनुशंसा की थी आपको बता दें कि रामकृष्ण चौधरी आर्मी से सेवानिवृत्त हो चुके थे 1988 में रामकृष्ण चौधरी ने भूखंड पर प्रस्तावित उत्क्रमित विद्यालय जमदाहा के नाम से स्कूल का निर्माण कराना शुरू करें लेकिन स्कूल की छत की शुरुआत होती कथित वारिस पैदा हो गया

*कटोरिया अंचल में फर्जी जमाबंदी मामला ज्यादा*
बांका जिले के कटोरिया में फर्जी जमाबंदी के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिलते हैं इस खबर को अखबारों टीवी में प्रकाशित की गई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सबसे अधिक मामले कटोरिया अंचल में देखने को मिलते हैं कटोरिया अंचल अंतर्गत राजस्व हल्का में सरकारी जमीन को फर्जी बंदोबस्ती कायम कर रेवड़ी की तरह रसीद को बांटा गया उसी के आधार पर सड़क किनारे सरकारी जमीन की खरीद बिक्री भी शुरू हो चुकी है इस प्रकार के फर्जी मामले को लेकर बांका जिले के वरीय पदाधिकारी ने कटोरिया से रिपोर्ट तलब भी किया है

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