आरंभ में शिर्डी के नाथ को शिर्डी में बने रहने के लिए कठोर संघर्ष करना पड़ा था – विकास कपूर

राजू बोहरा / नेशनल समाचार

लगभग 12 वर्षों की लंबे देशाटन के बाद अपने गुरुस्थान शिर्डी लौटे, शिर्डी के नाथ साईबाबा को शिर्डी में बने रहने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा था। कुछ एक को छोड़कर शिर्डी के अधिकांश ग्रामीण साईबाबा को पागल, दीवाना आदि समझते थे, पर धीरे-धीरे उनका साईबाबा की अलौकिक शक्तियों से परिचय होने लगा और वे बाबा के मुरीद बनने लगे। साईबाबा की बढ़ती ख्याति से शिर्डी का पुलिस पाटील कुलकर्णी ख़ासा चिंतित था, साई के कारण उसे अपनी सत्ता का सिंहासन हिलता हुआ नज़र आ रहा था। इसकारण उसने बाबा को शिर्डी से निकालने का हर संभव प्रयास किया। यह सब-कुछ वैसा ही था, जैसे पारिवारिक कारणों से श्री राम को अयोध्या, श्रीकृष्ण का मथुरा का त्याग करना पड़ा था परन्तु बायजाबाई को दिए वचन के कारण, हज़ारो परेशानियाँ सह कर भी, साईबाबा ने जीते-जी कभी शिर्डी की हद्द के बाहर क़दम नहीं रखा।

यह कहना है दूरदर्शन किसान चैनल पर प्रतिदिन रात 8.30 बजे प्रसारित हो रहे धारावाहिक `अनंतकोटि ब्रह्मांड नायक साईबाबाके लेखक और निर्माता श्री विकास कपूर का। यह शो श्री कपूर की लिखी किताब `साई की आत्मकथापर ही आधारित है। अब-तक आधा दर्जन से अधिक किताबें लिख चुके श्री कपूर की फिल्म `शिर्डी साईबाबाको राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। लगभग 6000 घंटों के मनोरजंन कार्यक्रम अपनी कलम से लिखने वाले श्री कपूर का नाम, फिल्म और टी. वी इंडस्ट्री में सफलता की गारंटी माना जाता है- ॐ नमः शिवाय, श्री गणेश, जप-तप-व्रत, ॐ नमो नारायण, मन में है विश्वास, जय संतोषी माँ, जय माँ वैष्णों देवी, श्री चैतन्य महाप्रभु, शिर्डी साईबाबा, रामायण, श्रीमद् भागवत महापुराण, शोभा सोमनाथ की, अचानक उस रोज़, वक्त बतायेगा कौन अपना कौन पराया, सूर्य पुराण, रावी और मैजिक मोवाईल, साई भक्तों की सच्ची कहानियाँ, सावित्री एक क्रांति, अचानक उस रोज़, विश्वास में भगवान जैसे सफल धारावाहिकों के लेखन कर चुके श्री कपूर का कहना है कि इंडस्ट्री में बने रहने और अपना सम्मान स्थापित रखने के लिए मुझे हर बार कुछ नया सोचना पड़ता है। अनंतकोटि ब्रह्मांड नायक साईबाबा का नयापन ही दर्शकों को सबसे अधिक लुभा रहा है, इस विषय पर श्री कपूर से बात-चीत का एक अंश यहाँ प्रस्तुत है।

अनंतकोटि ब्रह्मांड नायक साईबाबा शो में आप जो बाबा के आरंभिक दिनों की कथा दिखा रहे हैं, उसका आधार क्या है?

मेरी कथा का आधार मेरी पुस्तक `साई की आत्मकथाहै, अब प्रश्न यह उठ सकता है कि आत्मकथा का आधार क्या हैॽ तो मेरा पहला उत्तर होगा-साईबाबा का जीवन, क्योंकि स्वयं साईबाबा ने कई भक्तों को स्वप्न में दर्शन देकर `साई की आत्मकथापढ़ने का निर्देश दिया, आत्मकथा के चौथे एडिशन में ऐसे कई पत्र प्रकाशक ने पुस्तक के साथ छापे भी हैं। दूसरा आधार है मेरा रिसर्च, मैं भाग्यशाली हूँ कि मुझे स्व. पांडु रंग दीक्षित जी का साथ मिला। साईबाबा ने दीक्षितजी के सिर पर अपना हाथ रखा था, उनकी माताजी, बाबा की अनन्य भक्त थीं। मनोज कुमार साहब की फिल्म शिर्डी के साईबाबा का गीत-संगीत दीक्षितजी ने ही तैयार किया था और सुधीर दलवी भी दीक्षितजी की ही खोज थे। उन्होंने अपनी माताजी से बाबा के बहुत सारे क़िस्से सुने थे, वे सब मैंने उनसे सुने। इतना ही नहीं फिल्म लिखते समय मुझे शिर्डी में रहने का सौभाग्य मिला और वहाँ कण-कण में बिखरी साई कथाओं को ही मैंने अपनी पटकथा और आत्मकथा का आधार बनाया है।

आपके शो में पहली बार हम साईबाबा का ग़ुस्सा देख रहे हैं, क्या वास्तव में बाबा बहुत ग़ुस्सा करते थे?

इस बात का प्रमाण तो स्व. हेमाडपंत की पुस्तक `श्री साई सच्चरित्रभी है। बाबा ऊँच-नीच, जात-पांत, भेद-भाव, पाखंड और अंध-विश्वास को देखकर बहुत ग़ुस्सा हो जाया करते थे परन्तु प्रायः उनका ग़ुस्सा उनके भक्तों की मनोकामना सफल करने वाला होता था। एक तरह से बाबा का ग़ुस्सा, उनके भक्तों के लिए आर्शीवाद ही होता था। मैं पूरे विश्वास के साथ एक बात कहना चाहता हूँ कि अनंतकोटि ब्रह्मांड नायक साईबाबा में दिखाए जा रहे चरित्र और कथाएं सत्य का प्रमाण है, इन्हें गंभीर शोध के बाद ही लिखा गया है। मैंने ख़ुद कईबार साईबाबा के जीवन-चरित्र पर लिखा परन्तु यह शो एकदम अलग और नया है। अभी इसकी कथाओं में कई दिलचस्प ट्रैक आने वाले हैं, जिन्हें देखकर दर्शक रोमांचित हो जायेंगे। इस शो में साई से जुड़े हर क़िरदार की वास्तविक कथा को दिखाया गया है जैसे-वह ईंट बाबा को कैसे मिली, जिसके टूट जाने पर उनकी समाधि हुईॽ रुद्राक्ष की तीन बड़ी मालाएं बाबा के पास कहाँ से आई थींॽ बायजाबाई को बाबा अपनी माँ के समान आदर क्यों देते थेॽ म्हालसापति की अनन्य भक्ति का कारण क्या थाॽ भारत की आज़ादी के लिए साईबाबा की योजना क्या थीॽ

अनंतकोटि ब्रह्मांड नायक साईबाबा के अतिरिक्त इन दिनों और किस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं?       

 (हँसते हुए) मेरे लिए मेरे बाबा कभी अतिरिक्त नहीं हो सकते राजू भाई, बाबा मेरे लिए सबसे पहले हैं और इन दिनों केवल उनके ही साथ हूँ, कुछ विषय हैं, जिन पर काम शुरु करना है पर अभी नहीं, अभी पूरे तन-मन से साई चरणों और अनंतकोटि ब्रह्मांड नायक साईबाबा को समर्पित हूँ।

अनंतकोटि ब्रह्मांड नायक साईबाबा में साईबाबा की भूमिका निभाने वाले सार्थक कपूर की काफी तारीफ हो रही है, उस पर क्या कहेंगे?

सार्थक सच्चा साईभक्त है और उसे साईबाबा का चरित्र निभाने के लिए साई की असीम अनुकंपा मिली है, उसने काम भी बहुत अच्छा किया है। उसके चहरे पर शुद्धता और पवित्रता झलकती है, उसकी आँखों में करूणा, संवाद अदायगी में सरलता और स्प्ष्टता दर्शकों को अच्छी लग रही है। वैसे देवीदास (महेश राजा), कुलकर्णी (किशन भान), नट्टू (गणेश मेहरा), बायजाबाई (प्रिया गांबरे), सर्फुद्दीन (शीश ख़ान), म्हालसापति (हेमल धारिया) नाना (जावेद शेख) रमा (संपदा कुलकर्णी) आदिनाथ (नील शर्मा), छबुराव (अभिषेक) आदि के काम की भी काफी प्रशंसा हो रही है। हमारे एडिटर पप्पू त्रिवेदी और बैक ग्राऊंड म्यूजिक डायरेक्टर प्रकाश नार को भी काफी सराहना मिल रही है। शो का टाईटल सांग जो अमर देसाई ने किया है काफी पापुलर हो रहा है।

क्या अनंतकोटि ब्रह्मांड नायक साईबाबा का सीज़न -2 भी आयेगा?

साई इच्छा होगी तो अवश्य आयेगा, वैसे अभी इसका उत्तर दूरदर्शन किसान चैनल के अधिकारी ही दे सकते हैं। (हाथ जोड़ते हुए) ॐ साईनाथाय नमः

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